Suraj sabse pahle kaha ugta hai : क्या आप जानते हैं की विश्व में सबसे पहले सूर्य कहाँ निकलता है ? यदि नहीं तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं ।
हम सब ने बचपन से यही सुना है की पृथ्वी गोल है ,परन्तु तथ्यों के मुताबिक वह अंडाकार है । आप सोच रहे होंगे की आखिर यहाँ पृथ्वी के आकार की चर्चा क्यों हो रही है ? वह इसलिए क्योंकि पृथ्वी का आकार तो अंडाकार है ही वह अपनी ही धुरी पर 22.1 डिग्री एंगल पर झुकी है, जिसके कारण सूरज की किरने कई जगहों पर पहले और कई जगहों पर बाद में पहुचती हैं ।
तो आइये पता करते है इस पोस्ट के जरिये की विश्व में सबसे पहले सूरज कहाँ निकलता है ? हम आपको इसकी संपूर्ण जानकारी देंगे और कुछ तथ्यों पर भी भी रोशनी डालेंगे ।
Suraj sabse pahle kaha ugta hai ?
सारे गृह सूरज के चारो तरफ घूमते हैं । पृथ्वी भी सूरज के चारो तरफ चक्कर लगाती है । हम सब यह भी जानते है और किताबों में भी पढ़ चुके है कि पृथ्वी अपनी धुरी पर लगातार घुमती रहती है । पृथ्वी को 24 घन्टे लगते है एक रोटेशन पूरा करने में ।अब इस कारण सूरज की किरने पृथ्वी के किस भाग पर पहले पड़ेगी ,यह बताना बहुत ही कठिन होता है । परन्तु शोधकर्ताओं के तथ्यों के मुताबिक यह बताना आसान हो गया है ।
अगर भूगोल को समझा जाए और देखें तो पृथ्वी के उत्तर से लेकर दक्षिण दिशा तक काल्पनिक रूप से रेखांकित देशांतर रेखाएं खेंची हुई है। ये रेखाएं पृथ्वी की उत्तरीय ध्रुव से लेकर दक्षिणी ध्रुव तक रेखांकित हैं । तथ्यों के मुताबिक जो भी देश या राज्य पूर्व में 180 की देशांतर रेखाओं के अंतर्गत पड़ेंगे ,उन ही देशों में सूर्य सबसे पहले उदित होगा।
अब अगर फिर से हम देश के नक़्शे को देखें तो पुरे विश्व में जापान ऐसा देश है जो 180 की देशांतर रेखाओं के अंतर्गत पड़ता है । और जापान में भी मिनामी तोरीशिमा बिकुल पूर्व में है। अतः यही कारण है की यहाँ सूर्य सबसे पहले उदित होता है । परन्तु समय समय पर तथ्यों पर शोध होता रहता है और उनका नवीनीकरण भी होता है ।
इसी कारण टाइम जोन के आधार पर जापान के साथ एक और देश को भी सम्मिलित किया गया है ।आइए आगे देखेते है कि सूर्य की किरणों पर टाइम जोन कैसे फर्क डालता है और वह दूसरा देश कौन सा है।
Suraj sabse pahle kaha nikalta hai
क्या आप जानते है की सूरज की किरणों की गति या स्पीड कितनी है या किस स्पीड से सूरज की किरने पृथ्वी पर पड़ती हैं। देशांतर रेखाओं की सहायता से जब पता लगाया गया, तो जापान को पहला देश माना गया, जिसपर सूरज की किरणें सबसे पहले पड़ती हैं । एक बात को हम नज़रंदाज़ नहीं कर सकते की पृथ्वी को चार main दिशाओं और 4 sub मेन दिशाएं हैं । और पूरी दुनिया को अलग अलग टाइम जोन में विभाजित किया गया है ।
इसीलिए बाद में जब ग्रीनविच टाइम जोन को मान्यता प्राप्त हुई ,तब सभी देशों ने मिलकर उसका स्वागत किया ।इसी कारण ग्रीनविच टाइम जोन के mean time के आधार पर सूरज की किरने जापान की जगह न्यूजीलैंड पर सबसे पहले पड़ती हैं और वहां सबसे पहले सूर्य उदित होता है ।
अगर समय से तूलना करें ,तो आप देखेंगे की जब जापान में रात के 2 बज रहे होते है तब न्यूजीलैंड में सुबह के 6 बज रहे होते है।दोनों ही देशों में सुबह होने के समय में 4 घंटे का अंतर हैं ।
तो दोस्तों आप को पता चल चुका है की duniya mein sabse pahle suraj kaha ugta hai ? परन्तु हम अपने भारत देश को कैसे भूल सकते हैं ।आइये जानते है की हमारे भारत देश के किस अंश पर सूरज की किरने सबसे पहले दस्तक देतीं है।और बात करते है की bharat mein sabse pahle suraj kaha ugta hai ?
इंडिया में सबसे पहले सूरज कहा उगता है ?
वैसे अगर किसी भी साधारण नागरिक से पूछा जाए की, india mein sabse pahle suraj kaha ugta hai?, तो शायद ही किसी को सही उत्तर का पता होगा।
हम यह तो जानते है की सूरज का उदित होना हमारे जीवन पर directly या indirectly बहुत असर डालता है। पर बहुत सारे लोग अभी भी सूर्य की किरणों के प्रभाव से अनभिज्ञ हैं । आइये आगे बढ़ने से पहले इस पर भी नज़र डालते हैं ।
- सूर्य की किरणों का प्रभाव :
- सुबह की धूप लेने से स्वस्थ्य लाभ होता है ।
- सुबह की धूप से हमें विटामिन डी मिलती है जो हमारे हड्डियों को मजबूत बनाती है ।
- सूर्य की रौशनी की मदद से पौधे अपना भोजन बनाते हैं और हम भी पौधों से पोषण प्राप्त करते है ।
- जानवर इन्ही पौधों पर directly या indirectly निर्भर रहते हैं पोषण के लिए ।
आज कल तो सूर्य की किरणों से सोलर कुकर और सोलर लाइट ,इत्यादि सुविधाएँ उपलब्ध कराइ जा रहीं है । हमारा भविष्य सूर्य की किरणों के साथ ही प्रज्ज्वलित है ।
ये तो हो गई सूर्य की किरणों के ताकत के बारें में बातें ,अब वापस आते है, की india mein sabse pahle suraj kaha ugta hai? तो आप को बता दें की इंडिया में सबसे पहले सूर्य की किरने अरुणाचल प्रदेश में पड़ती हैं। आप की जानकारी के लिए बता दें की इस प्रदेश के नाम में ही सूर्य के उसित होने का रहस्य छिपा हुआ है । क्यों की अरुण का मतलब होता है सूरज और चल का मतलब होता है उदित होना ,तो अरुणाचल का मतलब ही है सूरज के उदित होने वाला स्थल।
वैसे तो इस उगते सूरज की भूमि पर सभी जगह सूरज की रौशनी पड़ती है, पर इस प्रदेश के डोंग वैली स्थित देवांग घाटी पर ठीक 4 बजे भोर में सबसे पहले सूर्य की किरने पड़ती हैं ।
इस घटी को देखने कई पर्यटक आते हैं।क्योंकी इस पहाड़ी इलाके से सूर्य की झांकी बहुत ही मनभावन लगती है ।परन्तु आप को यह भी बता दें की इस घटी का पता अभी कुछ ही सालों पहले पता लगे गया है ।बताया जाता है की 1999 में यह पता लगाया गे था की सूरज की पहली किरण इसी घाटी पर सबसे पहले पड़ती है। और तभी से यह देश विदेश के लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गई ।
हर साल यहाँ ढेरों पर्यटक आते है और प्रकृति की सुन्दरता का आनंद उठाते है ।सूर्य पूरब में उदित हो कर पश्चिम में अस्त होता है ।और इसी तरह दिन और रात होने का तारतम्य बना रहता है । सूरज के उदित होने का स्थल तो आपने जान लिया ,परन्तु क्या उसके अस्त होने के स्थल के बारे में भी आपको पता है ।
तो आप को बता दें की हमारे देश की अमूल्य विरासत को सहेजे हुए गुजरात में जा कर ही सूर्य अस्त होता है । गुजरात पर ही सूरज की अंतिम किरण पड़ती है ।यहाँ आने वाले पर्यटक सूरज को अस्त होता पास से देखते हैं ।
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Conclusion
अतः दोस्तों आप को आज हमारी इस पोस्ट के द्वारा पता चल गया होगा की vishva mein sabse pahle suraj kaha ugta hai और भारत में भी sabse pahle suraj kaha par ugta hai या sabse pahle suraj kaha ugta hai सिर्फ यही नहीं आपको उस राज्य के साथ भारत की उस देवांग घटी के बारे में भी पता चल गया होगा जहाँ सूर्य की पहली किरण दस्तक देती है ।
तो आइये जानते है कुछ सवालों के जवाब जो हम सब के दिमाग में चलते तो रहते है, लेकिन सही उत्तर के आभाव में सवाल ही बन कर रह जाते हैं ।चलिए उन्ही सवालों के जवाब पता लगते हैं ।
FAQ’s (Frequently Asked Questions)
भारत के गुजरात राज्य के किस जगह सूर्य की अंतिम किरण अस्त होती है ?
भारत के गुजरात राज्य के सबसे पश्चिमी छोर पर एक स्थान है गुहार मोती ,और यहीं पर सबसे बाद में सूर्य अस्त होता है ।गुजरात आने वाले पर्यटक गुहार मोती जा कर ही सूर्यास्त का निकट से आनंद लेते हैं ।
इंडिया में सूर्य की अंतिम किरण किस राज्य पर पड़ती हैं ?
इंडिया में सूर्य की सबसे अंतिम किरण गुजरात पर पड़ती है।दूर दूर से लोग यहाँ विरासत की धरोहर के साथ सूर्यास्त का आनंद भी बहुत निकट से लेते हैं ।
पूरे विश्व में सूर्य की किरने सबसे अंत में कहा पड़ती हैं ?
सबसे अंत में सूर्य की किरने अमेरिका के समोआ पर पड़ती हैं ।यह भी विश्व का एक अद्भुत पर्यटन स्थल है ,जहन लोग सूर्यास्त का आनंद लेने जाते हैं।
भारत के किस जगह सूरज की पहली किरण पड़ती है ?
भारत में सबसे पहले सूर्य की किरने अरुणाचल के डोंग वैली स्थित देवांग घाटी पर पड़ती है । जहाँ भोए 4 बजे सुबह होता है ।यह एक पर्यटन स्थल भी है ,जहाँ दूर दूर से देश विदेश के लोग सूर्य की पहली किरण का दर्शन करने आते हैं ।
सूरज किस दिशा में उदय होता है ?सबसे पहली किरण किस देश पर पड़ती है ?
सूरज पूरब की दिशा में उदय होता है प्रति दिन ।सूर्य की पहली किरण जिस देश पर पड़ती है वो है न्यूजीलैंड और उसके बाद जापान पर ।GST mean time के आधार पर पहले न्यूजीलैंड और फिर सूर्य की किरने जापान पर पड़ती हैं।